नम आँखों से हुई विदाई : रतलाम में हुआ ऐतिहासिक चातुर्मास
Raj Kumar Luniya
Fri, Nov 7, 2025
श्रमणसंघीय आचार्य डॉ शिवमुनी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी, गुरुणी पूज्या कमलावती जी म.सा. की शिष्या, दक्षिण चंद्रिका महासती डॉ संयमलताजी, साध्वी डॉ अमितप्रज्ञा जी, साध्वी डॉ कमलप्रज्ञा जी, साध्वी सौरभ प्रज्ञा जी आदि ठाना का श्री वर्धमान स्थानक वासी जैन श्रावक संघ नीमचौक में आराधनमय वर्षावास संपन्न कर आज प्रातः जैन स्थानक से विदाई विहार रखा गया।
नम आँखों से हुई विदाई : विदाई समारोह के मंगल अनुष्ठान की कलश स्थापना इस समारोह के लाभार्थी मिट्ठूलाल अजय कुमार, आयुष कुमार खीमेसरा परिवार ने की। इस अवसर पर डॉ कमलप्रज्ञा जी म सा और साध्वी सौरभ प्रज्ञा जी ने स्तवन के माध्यम से "रतलाम वालो को ना भूलेंगे हम" विदाई गीत गया। गीतिका के दौरान श्रावक श्राविकाओं की आंखे नम हो गई।

संयमलता जी का संदेश : जैन दिवाकरीय महासध्वी डॉ संयमलता जी म सा ने कहा कि किसने कहा विदाई है किसने कहा जुदाई है, यह तो परमात्मा महावीर का आदेश है जहाँ चार माह तक साधु साध्वी आते है उनहे वापस जाना है, मगर रिश्ते नाते नही छुटते है यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा।
श्रीसंघ की ओर से आभार : श्रीसंघ अध्यक्ष अजय खिमेसरा ने कहा कि संयमलता जी की सिद्धि, अमितप्रज्ञा जी की ज्योतिषी, कमल प्रज्ञा जी का मधुर गान, सौरभ प्रज्ञा जी की जोशीला तान ने इस चातुर्मास को ऐतिहासिक सफल बनाया। आपकी उचित दिशा निर्देशन मे पूरे चातुर्मास मे सभी कार्यक्रमों श्रावक श्रविकाओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
Tags :
ऐतिहासिक चातुर्मास
नम आँखों से हुई विदाई
विज्ञापन
विज्ञापन